Saturday, August 22, 2009

<span title=मनमोहन-माधव नेपाल" width="226" height="170">
भारत और नेपाल दोनों देशों के बीच अवैध व्यापार पर रोक लगाने पर सहमत हो गए हैं.

इस पर दोनों देशों के बीच समझौता भी होगा जिस पर बाद में हस्ताक्षर किए जाएंगे. इसके तहत ख़ास तौर पर तीसरे देश के रास्ते अवैध तरीके से होने वाले व्यापार को रोकने की कोशिश की जाएगी.

दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार संधि पर भी हस्ताक्षर करेंगे जिस पर पिछले दो वर्षों से बातचीत चल रही है. इसक मकसद द्विपक्षीय कारोबार का दायरा बढ़ाना है.

भारत नेपाल में निर्मित वस्तुओं को भारतीय बाज़ार में शुल्क मुक्त प्रवेश देने पर राजी हो गया है.

दोनों देशों के बीच बनी सहमति के दस्तावेज़ पर भारत की ओर से वाणिज्य सचिव राहुल खुल्लर और नेपाल के वाणिज्य सचिव पुरुषोत्तम ओझा ने दस्तख़त किए.

इस मौके पर भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा और नेपाल के वाणिज्य मंत्री राजेंद्र महतो उपस्थित थे.

नए समझौते से 1991 में हुआ समझौता अप्रभावी हो जाएगा.

साझा बयान

इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने साझा प्रेस बयान जारी किया है जिसमें दोनों देशों ने आपसी रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने की प्रतिबद्धता जताई है.

इस बात पर सहमति बनी है कि सुरक्षा पर द्विपक्षीय सलाहकार समूह और दोनों देशों के गृह सचिव दो महीने के भीतर बैठक करेंगे. इसमें सीमा पर अपराध समेत सुरक्षा के सभी मुद्दों पर चर्चा होगी.

नेपाल के प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल का छह दिवसीय भारत दौरा शनिवार को ख़त्म हो रहा है.

साझा बयान के मुताबिक नेपाल ने वादा किया है कि वह अपनी ज़मीन का इस्तेमाल भारत के ख़िलाफ़ नहीं होने देगा और भारत ने भी ऐसा ही आश्वासन पड़ोसी देश को दिया है.

इसमें कहा गया है, "इस बात पर सहमति बनी है कि सुरक्षा पर द्विपक्षीय सलाहकार समूह और दोनों देशों के गृह सचिव दो महीने के भीतर बैठक करेंगे. इसमें सीमा पर अपराध समेत सुरक्षा के सभी मुद्दों पर चर्चा होगी."

दोनों देशों के प्रधानमंत्री 1950 की मैत्री संधि की समीक्षा करने पर सहमत हो गए हैं.

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